राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस अपनी पूरी ताकत लगा रही है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं दोनों ही पार्टियों के नेताओं की बयानबाजी और भी ज्यादा तल्ख होती जा रही है. इस बीच एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने सर्वे में किया है, जिसका मकसद ये पता लगाना था कि क्या राजस्थान में बीजेपी को मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ चुनाव में जाना चाहिए? आइए जानते हैं जनता ने इस सवाल का क्या जवाब दिया है.
चुनाव परिणाम 2023 लाइव अपडेट: मध्य प्रदेश, राजस्थान में भाजपा मजबूत हो रही है, तेलंगाना में कांग्रेस; छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर
विधानसभा चुनाव परिणाम 2023 लाइव अपडेट: मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ राज्यों में वोटों की गिनती के लिए मंच तैयार है। मिजोरम विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख चुनाव आयोग ने 3 दिसंबर से बदलकर 4 दिसंबर कर दी है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 7 नवंबर 2023 से 30 नवंबर 2023 तक हुए थे। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चरण। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान हुआ. सभी राज्यों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ। 2023 के अंतिम विधानसभा चुनावों के नतीजे 2024 में महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों के लिए भी माहौल तैयार करेंगे। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत महत्व रखते हैं, जिसका लक्ष्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपना नियंत्रण बनाए रखना है। मध्य प्रदेश में बीजेपी से सत्ता छीनने के लिए. इसके साथ ही, भाजपा मध्य प्रदेश में अपने रिकॉर्ड प्रदर्शन को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है और अन्य दो राज्यों में सबसे पुरानी पार्टी से सत्ता छीनने की कोशिश कर रही है। दोनों राष्ट्रीय दलों की नजरें तेलंगाना में भी बढ़त हासिल करने पर हैं, जो पिछले एक दशक से आंध्र प्रदेश से अलग होकर राज्य बनने के बाद से बीआरएस का गढ़ रहा है। मिजोरम में, कांग्रेस और जेडपीएम सत्तारूढ़ एमएनएफ के खिलाफ एक मजबूत चुनौती पेश करने के लिए कमर कस रहे हैं, जिसने 2018 में शानदार जीत हासिल की थी। पोल पंडित इन चुनावों को लोकसभा चुनावों से पहले सेमीफाइनल के रूप में देख रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की और तीनों राज्यों में भाजपा को पछाड़ दिया। हालाँकि, बाद में भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विद्रोह के बाद मध्य प्रदेश में सत्ता हासिल कर ली। तेलंगाना में, के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली टीआरएस, जो अब बीआरएस है, ने 2018 में भारी जीत के बाद सत्ता बरकरार रखी। इस बार, उसे कांग्रेस और भाजपा दोनों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। मिजोरम में, ज़ोरमथांगा के नेतृत्व वाली एमएनएफ पिछले विधानसभा चुनावों में सत्ता में आई थी, लेकिन 2023 में उसे कांग्रेस और जेडपीएम दोनों से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों के अनुसार, भाजपा को मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों में जीत मिलने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता बरकरार रख सकती है. तेलंगाना में, लगभग सभी एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि कांग्रेस सत्तारूढ़ बीआरएस से सत्ता छीन लेगी। मिजोरम के लिए, एग्जिट पोल में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई है, जहां विपक्षी जेडपीएम अन्य पार्टियों से आगे है। यदि भविष्यवाणियां सच होती हैं, तो भाजपा और कांग्रेस दोनों 2-2 के शानदार स्कोर के साथ सम्मान साझा कर सकती हैं। इस बीच, अगर बीआरएस तेलंगाना में लगातार तीसरी बार कार्यकाल हासिल करने में विफल रहती है तो उसे झटका लग सकता है, खासकर जब से के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली पार्टी अब राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाएं पाल रही है। तो, क्या ये पार्टियां अपने-अपने राज्यों में सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखेंगी? , या आम चुनाव पर ध्यान केंद्रित होने से पहले उनके प्रतिद्वंद्वी आश्चर्यचकित कर सकते हैं? मतदाताओं के फैसले के लिए बने रहें क्योंकि टाइम्स ऑफ इंडिया आपके लिए 2023 के अंतिम विधानसभा चुनावों से मिनट-दर-मिनट अपडेट, विश्लेषण, वीडियो और बहुत कुछ लाता है।
Rajasthan Assembly Election Results 2023 live : राजस्थान में आज वोटों की काउंटिंग के बाद साफ हो जाएगा कि सूबे में किसकी सरकार बनेगी. इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राज्य वर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, नरेंद्र कुमार, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीणा, देवजी पटेल, दीया कुमारी, गौरभ वल्लभ जैसे नेता मैदान में उतरे थे.
राजस्थान में कांग्रेस की वापसी होगी या फिर बीजेपी सरकार बनाएगी. इसका फैसला आज हो जाएगा. राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है. राज्य के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 199 में 51,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई थी. कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण श्रीगंगानगर जिले के करणपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव स्थगित कर दिया गया था.
कैसे होती हैं वोटो की गिनती:अंदर कौन-कौन मौजूद होता है, गड़बड़ी की शिकायत किससे करें; मतगणना से जुड़ी 12 बातें
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के 199 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना 33 जिला मुख्यालयों के 36 केन्द्रों पर 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से प्रारंभ होगी. जयपुर, जोधपुर एवं नागौर में दो-दो केंद्रों पर और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केंद्र पर वोटों की गिनती की जाएगी।
राजस्थान में मतगणना शुरू होने से पहले ही वसुंधरा राजे कैंप की ताबड़तोड़ बैठकें शुरू हो गई हैं. सूत्रों के मुताबिक शनिवार रात शुरू हुईं बैठकें सुबह 3 बजे तक चलती रहीं. बताया जा रहा है कि वसुंधरा राजे के वफादार बीजेपी कैंडिडेट सुबह 8 बजे उनके आवास पर पहुंच सकते हैं.
कैसे होती हैं वोटो की गिनती:अंदर कौन-कौन मौजूद होता है, गड़बड़ी की शिकायत किससे करें; मतगणना से जुड़ी 12 बातें
– सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने आज मतगणना के बाद जीतने वाले अपने सभी उम्मीदवारों को कल दोपहर 12 बजे जयपुर आने के लिए कहा है. बता दें कि यह फैसला सीएम अशोक गहलोत के सभी कैंडिडेट्स से हुई चर्चा के बाद लिया गया है
काउंटिंग से पहले आए एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक राजस्थान में रिवाज बदल सकता है. आजतक-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के अनुसार सूबे में कांग्रेस का राज बरकरार रह सकता है. कांग्रेस को 86 से 106 सीटें मिल सकती हैं. जबकि बीजेपी के खाते में 80 से 100 सीटें आ सकती हैं. बीजेपी को 41 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है, जबकि कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. जबकि अन्य के खाते में 15 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
सीएम पद के लिए पहली पसंद कौन?
एक्गिट पोल के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बने हुए हैं, आजतक टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में 32 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने उन्हें चुना था. जबकि 21 फीसदी लोगों का मानना था कि बीजेपी से कोई भी व्यक्ति गहलोत से बेहतर सीएम होगा. इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राज्य वर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, नरेंद्र कुमार, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीणा, देवजी पटेल, दीया कुमारी, गौरभ वल्लभ जैसे नेता मैदान में उतरे थे.
Rajasthan Election Result Live: मतगणना शुरू, सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती, थोड़ी देर में आएंगे रुझान.
Rajasthan Vidhan Sabha Chunav 2023 Results, Vote Counting Live: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना कार्य शुरू हो चुका है। सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती की जाएगी, इसके बाद EVM खोले जाएंगे। गिनती शुरू होते ही शुरुआती रुझान भी आने शुरू हो जाएंगे।
राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के मतदान महासमर में एक ही बात का चर्चा हो रहा है कि इस बार राजस्थान में आखिर राज बदलेगा या फिर रिवाज? माना जा रहा है कि अगर कांग्रेस रिवाज बदलने में कामयाब रहती है तो यह एक बार फिर से नया इतिहास रच देगी। दरअसल, राजस्थान में पिछले तीन दशकों से कोई भी सरकार रिपीट नहीं हो पाई है। विधानसभा चुनाव 2023 की मतगणना का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। आज तीन दिसंबर को प्रदेशभर में 1862 प्रत्याशियों का फैसला होने जा रहा है।
कड़ी सुरक्षा के बीच 2,552 टेबल पर कुल 4,180 राउंड में होगी गणना
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 मतगणना के लिए 1,121 एआरओ की ड्यूटी लगाई गई है। जयपुर, जोधपुर और नागौर में दो-दो केंद्रों पर और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केंद्र पर वोटों की गिनती की जाएगी। मतगणना की सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस आयुक्त एवं पुलिस अधीक्षकों को मतगणना केन्द्र में सुरक्षा मापदण्डों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मतगणना का दिन शुष्क दिवस घोषित किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतगणना स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। केवल अधिकृत पासधारक व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगे। मतगणना सेंटर पर प्रत्येक विधानसभा के लिए पृथक-पृथक मतगणना हॉल बनाए गए हैं। जहां आयोग के निर्देशानुसार, टेबलों की व्यवस्था पोस्टल बैलेट एवं ईवीएम की मतगणना के लिए की गई है। मतगणना कर्मियों का रेण्डमाईजेशन त्रिस्तरीय होगा। प्रथम रेण्डमाईजेशन हो चुका है। द्वितीय स्तर का रेण्डमाईजेशन मतगणना के प्रारंभ से 24 घंटे पूर्व किया गया तथा तृतीय रेण्डमाईजेशन मतगणना के दिन सुबह पांच बजे होगा। आयोग द्वारा सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए प्रेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो जिलों में पहुंच चुके हैं। द्वितीय एवं तृतीय रेण्डमाईजेशन प्रेक्षक की उपस्थिति में किया जाएगा।
गुप्ता ने बताया कि ईवीएम की मतगणना टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट, काउंटिंग स्टाफ तथा एक माइक्रो ऑब्जर्वर रहेगा। इसी प्रकार, पोस्टल बैलेट की गणना टेबल पर एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी, एक काउंटिंग सुपरवाइजर, दो काउंटिंग असिस्टेंट तथा एक माइक्रो ऑब्जर्वर रहेगा। माइक्रो ऑब्जर्वर केन्द्र सरकार के विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी होंगे। प्रदेश में गणना के लिए 2,552 टेबल लगाए गए हैं। ईवीएम मतगणना हेतु कुल 4,180 राउंड होंगे। सबसे अधिक 34 राउंड शिव विधानसभा क्षेत्र में तथा सबसे कम 14 राउंड अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में होंगे। गुप्ता ने बताया कि ईवीएम/पोस्टल बैलेट की टेबल पर अभ्यर्थी के काउंटिंग ऐजेन्ट रहेंगे, जिनके बैठने का क्रम (1) मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनैतिक दल, (2) ऐसे मान्यता प्राप्त अन्य राज्यों के राज्यीय दल, जिन्हें उस विधानसभा क्षेत्र के लिए चुनाव चिन्ह नियत किया गया है, (3) अमान्यता प्राप्त रजिस्ट्रीकृत दल (4) निर्दलीय रहेंगे।
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